पैसे के बदले सवाल पूछने के आरोप में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की सांसदी पर खतरा

लोकसभा की एथिक्स कमिटी ने 6-4 के बहुमत से महुआ की सदस्यता खत्म करने की अनुशंसा कर दी है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि एथिक्स कमिटी ने किसी सांसद को बर्खास्त करने की सिफारिश की है। लोकसभा के पूर्व महासचिव पीडीटी अचारी ने कहा कि पैसे बदले सवाल पूछने के आरोप में 2005 में भी 11 सांसदों को बर्खास्त किया गया था लेकिन राज्यसभा की एथिक्स कमिटी और लोकसभा की इन्क्वायरी कमिटी की सिफारिश बंटी हुई थी। यानी अलग-अलग थी। दिसंबर के पहले हफ्ते से शुरू होने वाले संसद सत्र में महुआ की संसद सदस्यता पर फैसला हो सकता है।
बीजेपी सांसद विनोद सोनकर के नेतृत्व वाली 11 सदस्यीय एथिक्स कमिटी ने वोटिंग के जरिए सिफारिश मंजूर की। सत्तारूढ़ दल के 6 सांसदों ने महुआ को बर्खास्त देने के पक्ष में वोट डाला जबकि विपक्ष के 4 सदस्यों ने इसका विरोध किया। विपक्षी सांसदों ने इसे पक्षपाती और गलत करार दिया।
आखिर क्या होगा महुआ का?
एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट अब लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को भेजा जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ही इस रिपोर्ट को पब्लिश करने का आदेश जारी करेंगे। संसद के शीतकाली सत्र के दौरान कमिटी के चेयरमैन रिपोर्ट को सदन में रखेंगे। संसद का शीत सत्र 4 से 22 दिसंबर तक होनी है। सदन में रिपोर्ट किए जाने के बाद इसपर बहस होगी। इसके बाद सरकार के महुआ को बर्खास्त किए जाने वाले प्रस्ताव पर वोटिंग होगी।
महुआ ने बताया फिक्स्ड मैच
महुआ मोइत्रा कमिटी की सिफारिश को पहले से फिक्स मैच करार दिया। उन्होंने कहा कि यह एक कंगारू कोर्ट का पहले से फिक्स फैसला है। जहां तक भारत की बात है तो यह यह संसदीय लोकतंत्र की हत्या है। बंगाल के कृष्णानगर से टीएमसी सांसद ने कहा कि अगर मुझे बर्खास्त भी कर दिया जाता है तो मैं दोबारा बड़ी मार्जिन से जीतकर वापस आऊंगी।भले ही मुझे निष्कासित कर दें, मैं फिर से जीत कर आऊंगी, एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर क्या-क्या बोलीं महुआ मोइत्रा
टीएमसी का समर्थन
जब से महुआ पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में फंसी हैं तबसे टीएमसी ने उनका खुलकर समर्थन नहीं किया था। लेकिन गुरुवार को टीएमसी के ताकतवर नेता अभिषेक बनर्जी ने महुआ का समर्थन करते हुए कहा कि जो भी सरकार से अडानी के मुद्दे पर सवाल पूछ रहा है, उसे परेशान किया जा रहा है।
समझिए क्या है पूरा केस
महुआ के पूर्व पार्टनर और वकील जय अनंत देहाद्रई ने आरोप लगाया था कि टीएमसी सांसद ने कोराबारी दर्शन हीरानंदानी से लोकसभा में सवाल पूछने के लिए गिफ्ट लिया था। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इसकी शिकायत की थी। बिरला ने इस मसले को लोकसभा की एथिक्स कमिटी को भेज दिया था। इसके बाद कारोबारी हीरानंदानी ने कमिटी को भेजे अपने हलफनामे में महुआ के खिलाफ लगे आरोपों को सही बताया था।
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